हाल ही में 18 जून 2025 को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस मनाया गया! यह दिन प्रकृति की गोद में दोस्तों या परिवार के साथ खाने की सदियों पुरानी परंपरा को समर्पित है। आइए जानें इसके मज़ेदार इतिहास, महत्व और इसे खास बनाने के आसान तरीके 14।
क्यों और कैसे मनाया जाता है यह दिन?
- ऐतिहासिक शुरुआत: “पिकनिक” शब्द फ्रेंच शब्द “पिक-निक” (pique-nique) से आया, जिसका अर्थ है “वह सामाजिक कार्यक्रम जहाँ हर कोई अपना भोजन साझा करता है”। फ्रांसीसी क्रांति (1789) के बाद यह परंपरा लोकप्रिय हुई, जब रॉयल पार्क्स आम जनता के लिए खुले 24।
- भारत से गहरा नाता: हमारे यहाँ संयुक्त परिवारों में बागों या तालाब किनारे सामूहिक भोजन (जैसे इंदौर में दाल-बाफले) की परंपरा सदियों से रही है 3।
- उद्देश्य: व्यस्त जीवन में प्रकृति और प्रियजनों के साथ क्वालिटी टाइम बिताना 59।
Picnic Day 2025 को यादगार बनाने के टिप्स :
- साधारण शुरुआत: छत, बालकनी या लोकल पार्क में चादर बिछाएँ।
- हल्का-फुल्का खाना: सैंडविच, फल, नमकीन और घर का बना जूस पैक करें।
- एक्टिविटीज़: फ्रिसबी, बैडमिंटन या स्टोरीटेलिंग से मस्ती बढ़ाएँ।
- ईको-फ्रेंडली अपनाएँ: रियूजेबल बर्तनों का उपयोग करें और कचरा कलेक्ट करें।
भारत के टॉप 4 पिकनिक स्पॉट्स :
स्थान | शहर | खास बात |
---|---|---|
लोधी गार्डन | दिल्ली | ऐतिहासिक कब्रें, फूलों की घाटी |
राजदरी वॉटरफॉल | वाराणसी | 70 किमी दूर, शांत प्राकृतिक दृश्य |
दसम वॉटरफॉल | रांची | 144 फीट ऊँचा जलप्रपात |
कुकरैल फॉरेस्ट | लखनऊ | जंगल साइकिलिंग और वन्यजीव |
क्यों है ज़रूरी?
“पिकनिक सिर्फ खाने का बहाना नहीं, वो यादें बनाने का मौका है जब परिवार एक साथ हँसता है”। यह दिन मानसिक तनाव कम करने, रिश्ते मज़बूत करने और प्रकृति से जुड़ने का सुनहरी अवसर देता है ।