आकर्षक सारांश:
- 📍 स्थान: कनाडा के अलबर्टा प्रांत का कानानास्किस शहर।
- 🗓️ तारीख: 16–17 जून 2025।
- 🌟 मेजबान: कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने इस शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की।
- 🌍 प्रमुख विषय:
- वैश्विक आर्थिक सुरक्षा
- यूक्रेन संकट और मध्य पूर्व तनाव
- जलवायु परिवर्तन और वाइल्डफायर प्रबंधन।
- 👥 भारत की भूमिका: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “आउटरीच देश” के रूप में भाग लिया और आतंकवाद पर जोर दिया।
प्रमुख परिणाम :
- कानानास्किस वाइल्डफायर चार्टर:
जंगल की आग से निपटने के लिए वैश्विक रणनीति बनाई गई, जिसका भारत ने समर्थन किया। - क्रिटिकल मिनरल्स एक्शन प्लान:
डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए खनिज आपूर्ति श्रृंखला मजबूत करने की योजना। - यूक्रेन समर्थन:
G7 नेताओं ने रूस पर दबाव बनाए रखने और यूक्रेन की संप्रभुता का समर्थन किया। - AI और प्रौद्योगिकी:
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के जिम्मेदार इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए G7 GovAI ग्रैंड चैलेंज लॉन्च किया गया।
G7 सदस्य और आमंत्रित देश :
देश/संगठन | प्रतिनिधि |
---|---|
कनाडा | PM जस्टिन ट्रूडो |
अमेरिका | राष्ट्रपति जो बाइडेन |
यूके | PM कीर स्टारमर |
भारत (आमंत्रित) | PM नरेंद्र मोदी |
यूरोपीय संघ | अध्यक्ष उर्सुला फॉन डेर लेयेन |
जापान | PM किशिदा फुमियो |
क्यों महत्वपूर्ण है यह G7 Summit 2025 शिखर सम्मेलन?
2025 का G7 सम्मेलन वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए एकजुटता का प्रतीक रहा। कानानास्किस की प्राकृतिक पृष्ठभूमि में हुए इस आयोजन ने जलवायु संकट और आर्थिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर ठोस कदम उठाए। भारत की सक्रिय भागीदारी ने आतंकवाद जैसे विषयों को वैश्विक मंच पर उठाया।
याद रखें: यह कनाडा का सातवाँ G7 सम्मेलन था और कानानास्किस ने 2002 के बाद दूसरी बार मेजबानी की
हैशटैग्स:
#G7Summit2025 #Kananaskis #GlobalLeadership #IndiaAtG7 #DiplomacyInAction #WildfireCharter #CriticalMinerals