भारतीय संविधान की प्रस्तावना पर Special Quiz | Indian Constitution – Test your knowledge
भारतीय संविधान की प्रस्तावना पर विशेष क्विज | Special Quiz on Preamble of Indian Constitution – Test your knowledge about the soul of our Constitution through these important questions covering historical, legal and conceptual aspects of the Preamble.
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1. निम्नलिखित में से कौन सा भारतीय संविधान की प्रस्तावना का हिस्सा नहीं है?
संघवाद
Detailed explanation: ‘संघवाद’ प्रस्तावना में स्पष्ट रूप से उल्लिखित नहीं है, हालांकि यह संविधान की एक मूल विशेषता है। प्रस्तावना में समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक शब्द शामिल हैं।:cite[5]
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2. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द हमारे संविधान की प्रस्तावना में नहीं लिखा गया है?
साम्यवादी
Detailed explanation: ‘साम्यवादी’ शब्द प्रस्तावना में नहीं है, हालांकि ‘समाजवादी’ शब्द 42वें संशोधन (1976) द्वारा जोड़ा गया था।:cite[5]
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3. भारतीय संविधान के किस संशोधन द्वारा प्रस्तावना में ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द जोड़े गए?
42वां संशोधन अधिनियम, 1976
Detailed explanation: 42वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1976 द्वारा प्रस्तावना में ‘समाजवादी’, ‘पंथनिरपेक्ष’ और ‘अखंडता’ शब्द जोड़े गए। यह इंदिरा गांधी सरकार के दौरान किया गया था।:cite[1]:cite[5]
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4. भारतीय लोकतंत्र प्रणाली है-
प्रकृति में बहुदलीय और संसदीय
Detailed explanation: भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली बहुदलीय (कई राजनीतिक दलों के साथ) और संसदीय (प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद संसद के प्रति उत्तरदायी) है, न कि राष्ट्रपति प्रणाली।
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5. संविधान की प्रस्तावना के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा शब्द क्रम सही है?
संप्रभु, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, गणराज्य
Detailed explanation: प्रस्तावना में शब्दों का सही क्रम है: संप्रभु, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, गणराज्य। यह क्रम 42वें संशोधन (1976) के बाद से अपरिवर्तित है।:cite[5]
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6. संविधान के प्रस्तावना की कानूनी / वैधानिक प्रकृति क्या है?
यह प्रवर्तनीय नहीं है
Detailed explanation: केशवानंद भारती मामले (1973) में सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट किया कि प्रस्तावना संविधान का हिस्सा है लेकिन यह स्वयं में न्यायालय में प्रवर्तनीय नहीं है।:cite[5]
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7. भारतीय संविधान की प्रस्तावना (उद्देशिका) में कौन-सा शब्द यह दर्शाता है कि भारत किसी भी बाहरी नियंत्रण से मुक्त है?
संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न
Detailed explanation: ‘संप्रभु’ (Sovereign) शब्द का अर्थ है कि भारत किसी भी बाहरी शक्ति के नियंत्रण से मुक्त है और अपने आंतरिक व बाहरी मामलों में स्वतंत्र है।:cite[5]
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8. भारतीय संविधान की प्रस्तावना में कब संशोधन किया गया?
1976
Detailed explanation: प्रस्तावना में एकमात्र संशोधन 1976 में 42वें संविधान संशोधन द्वारा किया गया था, जिसमें तीन नए शब्द जोड़े गए।:cite[1]:cite[5]
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9. 1832 में, ‘समाजवाद’ शब्द पहली बार एक फ्रांसीसी पत्रिका में छपा था जिसे कहा जाता है।
ले ग्लोब
Detailed explanation: ‘समाजवाद’ शब्द पहली बार 1832 में फ्रांसीसी पत्रिका ‘ले ग्लोब’ (Le Globe) में प्रकाशित हुआ था। यह पत्रिका सेंट-साइमनियन आंदोलन से जुड़ी थी।
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10. भारतीय संविधान की प्रस्तावना का स्रोत क्या है?
अमेरिकी संविधान
Detailed explanation: भारतीय संविधान की प्रस्तावना का विचार अमेरिकी संविधान से लिया गया है, जबकि इसकी भाषा ऑस्ट्रेलियाई संविधान से प्रभावित है।:cite[5]
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11. भारतीय संविधान के न्याय के आदर्श किस देश से उधार लिए गए थे?
USSR
Detailed explanation: भारतीय संविधान में ‘सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय’ का आदर्श सोवियत संघ (USSR) के संविधान से प्रेरित था। यह प्रस्तावना और राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांतों में परिलक्षित होता है।
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12. प्रसिद्ध पुस्तक ‘वी द पीपल’ किसने लिखी है?
नानी पालखीवाला
Detailed explanation: ‘वी द पीपल’ (We the People) प्रसिद्ध संवैधानिक विद्वान और वकील नानी पालखीवाला द्वारा लिखित पुस्तक है, जिसमें भारतीय संविधान और उसके विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई है।
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13. 1973 के किस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अपने पिछले फैसले को दुरुस्त किया और कहा कि प्रस्तावना संविधान का एक हिस्सा है?
केशवानन्द भारती बनाम केरल राज्य
Detailed explanation: केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य (1973) मामले में 13-न्यायाधीशों की पीठ ने बेरुबारी केस के निर्णय को पलटते हुए कहा कि प्रस्तावना संविधान का हिस्सा है।:cite[5]
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14. प्रस्तावना के संबंध में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही नहीं है?
उच्चतम न्यायालय ने अभिनिर्धारित किया है कि जहाँ भाषा अस्पष्ट है, वहाँ संविधान के विधिक निर्वचन में सहायक के रूप में प्रस्तावना पर विचार नहीं किया जा सकता है
Detailed explanation: यह कथन गलत है क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय ने केशवानंद भारती मामले (1973) में कहा था कि प्रस्तावना संविधान की व्याख्या में मार्गदर्शक के रूप में काम कर सकती है जब भाषा अस्पष्ट हो।:cite[5]
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15. हमारी प्रस्तावना में निम्नलिखित में से कौन से शब्द का अर्थ यह है कि व्यवहार में हम एक ही परिवार के सदस्य हैं?
बन्धुत्व
Detailed explanation: प्रस्तावना में ‘बंधुत्व’ शब्द का अर्थ है कि सभी भारतीय एक ही परिवार के सदस्य हैं और एक-दूसरे के प्रति भाईचारे की भावना रखते हैं। यह सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को दर्शाता है।:cite[5]
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16. निम्नलिखित में से किसे पंडित ठाकुर दास भार्गव के अनुसार ‘संविधान की आत्मा’ माना गया है?
प्रस्तावना
Detailed explanation: पंडित ठाकुरदास भार्गव, जो संविधान सभा के सदस्य थे, ने प्रस्तावना को ‘संविधान की आत्मा’ कहा था।:cite[2]
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17. भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने किस मामले में परिकल्पना की है कि ‘प्रस्तावना संविधान निर्माताओं के दिमाग की कुंजी है’?
बेरुबाड़ी मामला में
Detailed explanation: बेरुबारी संघ मामले (1960) में सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि प्रस्तावना ‘संविधान निर्माताओं के दिमाग की कुंजी’ है, हालांकि उस समय इसे संविधान का हिस्सा नहीं माना गया था।:cite[5]
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18. भारतीय संविधान की प्रस्तावना को किसने ‘भारतीय संविधान की राजनीतिक कुंडली’ के रूप में वर्णित किया?
कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी
Detailed explanation: कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी (के.एम. मुंशी), जो संविधान सभा के सदस्य और प्रारूप समिति के सदस्य थे, ने प्रस्तावना को ‘भारतीय संविधान की राजनीतिक कुंडली’ कहा था। वे गुजरात के स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ और लेखक भी थे।:cite[1]:cite[2]:cite[3]
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19. भारत के संविधान का प्रस्तावना के सम्बन्ध में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
1 और 2 दोनों
Detailed explanation: (1) प्रस्तावना में स्थिति की समानता और अवसर की समानता का उल्लेख है – यह सही है। (2) ‘राष्ट्र की एकता और अखंडता’ मूल प्रस्तावना में नहीं था, इसे 42वें संशोधन (1976) द्वारा जोड़ा गया – यह भी सही है।:cite[5]
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20. निम्नलिखित में से किस मामले में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने माना कि प्रस्तावना संविधान का हिस्सा नहीं है?
बेरुबारी संघ मामला
Detailed explanation: बेरुबारी संघ मामले (1960) में सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि प्रस्तावना संविधान का हिस्सा नहीं है, लेकिन बाद में केशवानंद भारती मामले (1973) में इस निर्णय को पलट दिया गया।:cite[5]
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21. निम्नलिखित में से किसने भारत की संविधान सभा को ‘भारत के सूक्ष्म दल’ की संज्ञा दी है?
ग्रैनविले ऑस्टिन
Detailed explanation: प्रसिद्ध संवैधानिक विद्वान ग्रैनविले ऑस्टिन ने भारतीय संविधान सभा को ‘भारत के सूक्ष्म दल’ (Microcosm of India) कहा था, क्योंकि इसमें देश के सभी वर्गों और क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व था।
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